नकसीर या नाक से खून बहना
- दाख और अंगूर के रस की नस्य देने से नाक की नकसीर बन्द हो जाती है |
- नीम के पत्ते और अजवायन को बारीक पीसकर कनपटियों पर लेप करें, नकसीर नहीं चलेगी |
- अफीम और गोदरु के गोंद को समान भाग लेकर पानी में पीस लें | इसे सूँघने से नकसीर बन्द हो जाती है |
- सूखे आँवलों को पानी में भिगो दें, नरम होने पर पीसकर टिकिया बना लें | इसे सिर के तालु पर बाँधने से नाक से खून आना बन्द हो जाता है |
- आम की गुठली की गिरी पीसकर नस्य देने से नकसीर फूटना बन्द हो जाता है |
- गन्ना के रस की नस्य देने से नकसीर बन्द हो जाती है |
- प्याज का रस सूँघने से नाक से खून गिरना बन्द हो जाता है |
- गूलर का पका हुआ फल शहद या गुड़ के साथ खाने से नाक से रक्त बहना बन्द हो जाता है |
- कटेरी का फल और उसके पत्ते या उसकी जड़ पीसकर रस निकालें | इसे सिर के तालु में लगाने से नाक से रक्त गिरना बन्द हो जाता है|
- केला के पेड़ का रस निकाल कर सूँघने से नकसीर छूटना बन्द हो जाता है |
- 250 ग्राम गाय के दूध में एक पैसे भर मिश्री मिलाकर पीने से नाक से रक्त आना बन्द ह्पो जाता है |
- सिर के बाल हटाकर हँसपदी लगाने से नकसीर आना बन्द हो जाता है |
- बरफ के टुकड़े सिर पर रखने से नकसीर बन्द हो जाता है |
- हरी दूब का ताजा रस निकाल कर नस्य देने से नकसीर आना बन्द हो जाता है |
- बेर के पत्तों को बिना पानी डाले पीसकर सिर पर लगाने से नकसीर होना बन्द हो जाता है |
- आँवले का रस निकाल कर नाक में टपकायें तथा आँवलों को पीसकर सिर पर लेप करें | यदि किसी दवा से लाभ न हो तो इसका प्रयोग करें |
- ताजा नीबू का रस निकाल कर नाक में पिचकारी देने से एक बार में ही नकसीर गिरना बन्द हो जाता है |
- दस ग्राम मुल्तानी-मिट्टी में रात को आधा किलो पानी डालकर भिगो दें और प्रात:काल पानी को निथार कर रोगी को पिलायें तो पुराने से पुराना नकसीर रोग भी कुछ दिनों में ही चला जाता है |
- तीन ग्राम सुहागा पानी में पीसकर नाक के नथुनों में लेप करें | नकसीर आना बन्द हो जायेगा |
- 2 ग्रेन कपूर को हरे धनिये के रस में घोलकर नाक में डालने से नकसीर आना बन्द हो जाता है |
- दही 125 ग्राम 250 ग्राम पानी में घोलकर इसमें एक ग्राम फिटकरी का चूर्ण मिलाकर पीने से नकसीर आना बन्द हो जाता है |
- ओंगा (अपामार्ग) की जड़ पीसकर सूँघने से नकसीर आना बन्द हो जाती है |
- हरी दूब का रस जिस तरफ नाक से खून बह रहा हो, उसके विपरीत नथुने में डालें | अगर दोनों नथुनों से खून बह रहा हो तो दूब का रस नथुनों में डालना लाभप्रद है |
- अरण्डी के छिलकों की रख नथुनों में फूँकने से नकसीर बन्द हो जाती है |
- सोना गेरू और सेलकड़ी समान भाग लेकर पीस लें | इसे 3-3 ग्राम दिन में तीन बार दें | नकसीर मिटती है | यह योग रक्त-प्रदर में भी हितकर है |
- पीपल वृक्ष की अन्तछार्ल 20 ग्राम को रात में 100 ग्राम पानी में भिगो दें | सुबह इसमें मिश्री मिलाकर पीने से नकसीर आना बन्द हो जाता है |
पार्थ शिवानी