मलेरिया-बुखार
- कालीमिर्च को तुसली के पत्तों के स्वरस में मिलाकर सात भावना देकर सुखा लें, फिर उसकी मटर के बराबर गोलियाँ बना लें | बुखार आने के 4 घंटे पूर्व 1-1 घंटे बाद चार गोलियाँ खाने से बुखार नहीं आता है |
- बुखार उतर जाने के बाद 11 कालीमिर्च चबाने से बुखार नहीं आता है |
- एक तोला गुड़ में 3 माशा काला जीरा मिलाकर दिन में चार बार खाने से मलेरिया ठीक हो जाता है | यह दवा दो-दो घंटे के अन्तर से दो-तीन खुराक देनी चाहिए |
- पाँच इंच लम्बा गिलोय का टुकड़ा और 15 कालीमिर्च मिलाकर कूट लें | इसे एक पाव पानी में डालकर उबाल लें | जब एक छाँटाक रह जाय, तब इसे पियें | यह अमृत तुलये है|
- आधे नींबू के रस में 4 चम्मच पानी और शक्कर मिलाकर दिन में दो-तीन बार पिलाने से तीन-चार दिन में ही मलेरिया ठीक हो जाता है |
- शुद्ध शहद 20 ग्राम, सेंधानमक आधा ग्राम, हल्दी आधा ग्राम इन सबको खौलते हुए 80 ग्राम पानी में डालकर रात को पीने से बुखार और जुकाम ठीक हो जाता है |
पार्थ शिवानी