Tulsi Plant
तुलसी नदिंनी, तुलसी जीवनी इसके पाठ से अष्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त होता हैं। ज्नजेप का दर्षाता हैं। तुलसी को अत्यन्त पूजन्य माना जाता हैं। श्सम्प्रादाय में तुलसी धी प्रिया के नाम से जानी जाती हैं। इन्हें वृन्दा भी पुकारा जाता हैं सभी धर्मस्थलो पर बनाने वाला चरणामृत तुलसी दल के पत्तो की बिना अधूरा हैं| तुलसी के प्रयोग से चरणामृत शुद्ध ही नहीं अपीतु अमृत तुल्य हो जाता हैं।तुलसी जी सभी मन्दिरों में व हिन्दू परिवारो में पायी जाती हैं | इसका पौधा 2-3 फीट तक उचा होता हैं इसके पत्तें अपनी उमकपबपदंस अंसनमे के कारण औष्धियों गुणों के…