सिरदर्द-निवारक औषधियाँ
- देवदारु की लकड़ी जल में घिसकर दोनों कनपटियों पर करने से सिरदर्द दूर होता है |
- नौसादर और हल्दी को समान भाग लेकर महीन पीस लें, इसे सूँघने से सिरदर्द मिट जाता है |
- अदरक का रस और दूध समान भाग मिलाकर सूँघने से सिरदर्द जाता रहता है |
- मेहेंदी के पत्ते पानी या तेल में पीसकर मस्तक पर लगाने से सिरदर्द शान्त होती है|
- अकरकरा को जल में पीसकर गरम करके मस्तक पर लगाने से सिरदर्द शान्त हो जाता है |
- सफेद चन्दन और अनार के पत्ते जल में घिसकर मस्तक पर लेप करने से सिरदर्द मिट जाता है |
- अरण्ड की जड़ को अजवायन के साथ पीसकर लेप करने से सिर-दर्द दूर होता है |
- परवल के रस का लेप करने से सिर की पीड़ा मिट जाती है |
- गुलाब का इत्र सूँघने तथा खस के पंखे की हवा करने से भी सिरो-पीड़ा शान्त होती है|
- छोटी इलायची बारीक पीसकर सूँघने से भी सिरदर्द जाता रहता है |
- दालचीनी को जल में पीसकर, गरम करके, कनपटियों पर लेप करने सिर की पीड़ा दूर होती है |
- दूध, शक्कर व् पानी को मिलाकर गरम करें | उसकी भाप सूँघने से सिर-दर्द में आराम होता है |
- रक्त-चंदन को पानी में घिसकर मस्तक पर लेप करें |
- जायफल को पानी में घिसकर मस्तक पर लेप करने से सिरदर्द जाता रहता है |
- तिल्ली के पत्तों को सिरका या पानी में पीसकर मस्तक पर लेप करने से सिरो-पीड़ा शान्त होती है |
- ताजा पोदीने के रस की मस्तक पर मालिश करने से सिर-दर्द नहीं रहता है |
- मदार की जड़ पीसकर सूँघने से सिर-दर्द हो जाता है |
- सफेद कनेर की पत्ती सुखा लें-उसे पीसकर सूँघने से सिरो-पीड़ा शान्त हो जाती है |
- सिर पर मजीठ बाँधने से भी सिर-दर्द मिट जाता है |
- एक बादाम की गिरी को सरसों के तेल में पीसकर दर्द वाले स्थान पर मलने से सिरदर्द नहीं रहता है |
पार्थ शिवानी