अपनी आदतें सुधारिए

अपनी आदतें सुधारिए अक्सर यह देखा जाता है कि लोग अपनी आदतों के बारे मैं खुद कभी भी नहीं जान पाते है। यही वजह है कि जब किसी कम्पनी या फर्म में काम करते हे। तो अपनी इन्ही आदतों के शिकार हो जाते है। ये आदतें दिखती बड़ी सामान्य सी है लेकिन इसे लेकर बार-बार शर्मिन्दा होना पड़ता है। आइए ऐसी ही कुछ सामान्य सी बातों पर नजर डालते है जिनकी वजह से वरिष्ठजनों की बातें सुनने पर मजबूर होना पड़ता है- ‘‘काम के लिए पूरी तरह से तैयार न होना अपनी मीटिंग के दौरान फाइल्स और अपनी जरूरी चीजों…
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सिलाई मशीन

सिलाई मशीन

                                                सिलाई मशीन   सिलाई मशीन बहुत जरूरत की चीज है जो सभी घरों में उपलब्ध रहती है। जिससे हम नए पुराने कपडों की मरमत्त करते हैं इसकी देखभाल भी बहुत जरूरी है। जिससे यह सालों साल चल सके आज हम सिलाई मशीन के रख रखाव के बारें में बता रहे हैं। रख रखाव के तरीके- ♦   मशीन को हमेशा किसी कपडे से या मशीन के कवर से ही ढ़ककर रखें| ♦    जब भी सिलाई करें…
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पिता राजा पुत्र प्रजा

पिता राजा पुत्र प्रजा एक बार महाराज रणजीत सिंह के राज्य में भीषण अकाल पड़ा। तीन साल तक बारिश नहीं हुई खेतों में अन्न का दाना नहीं हुआ यह देखकर राजा बहुत चिन्तित हुए और प्रजा में हा-हा कार मच गया। तब  राजा ने सरकारी अन्न का भण्डार खोलकर सारे राज्य में बांटने की घोषणा की सभी लोग अन्न भंडार में आकर अन्न ले जाने लगे तथा राजा की जय जय कार करते उसी भीड़ में एक बूढा अपने 12 साल के बेटे के साथ दूर बैठा था वह सोच रहा था कि जब भीड़ कम होगी तभी आगे जाकर…
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जीवन जीने के तरीके (शैली सुधार) भाग 1

लम्बें समय तक एक ही तरह की दिनचर्या जीने से जीवन के रंग फीके पड़ते दिखाई देने लगते है। इस उबाऊ जिन्दगी से बाहर निकलने के लिए वह अपने जीवन को अधिक मनोंरंजक व उत्साहपूर्वक और अधिक कार्यशील बनाने के लिए कुछ टिप्स हम दे रहे हैं आप उनहें अपनाकर देखिये, आपका जीवन आपको बदलता हुआ नजर आयेगा। 1) अपना कोई एक पुराना शौक दुबारा अपनायें अगर आपको कोई भी म्युजिकल इन्स्ट्रयूमैन्ट बजाने का शोक था तो आप उसको दुबारा शुरू कर सकते हैं, जैसे कि सितार, तबला या फिर गिटार बजाने का शौक। 2) व्यायाम व योगा कीजिए- नियमित…
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ajwain (carom seeds)

ajwain (carom seeds)

अजवाइन (carom seeds) अजवाइन हमारे देश् के लगभाग प्रत्येक प्रान्त में पायी जाती हैं। इसकी खेती काफी अधिक की जाती हैं। इसके काफी मोटे-मोटे गुद्वा वाले पत्ते होते हैं। दूर से धनिये के बडे पत्तें लगतें हैं। परंतु इसके पत्तें चारो ओर से काटेंदार होते हैं। बिना ज्यादा पानी के भी यह पौधा चल जाता हैं इसका plant  केवल 1 से 3 फीट तक होता हैं। इसका  एक bitter pungent taste  होता हैं। इसकोancient  time से ही एकayurvedic medicine की तरह प्रयोग में लाया जाता हैं। यह हम सभी रसोई के मसालो shelves में मिल जाएगी। यह केवल अपने स्वाद…
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