प्रकृतिक तत्व, कुदरती खुबसूरत बालों के लिए

कई प्रान्तों में नारी सौन्दर्य को नारी के बालों से आका जाता है। लेकिन जितने लम्बे बाल उतनी ज्यादा समस्या क्या करें क्या ना करें इसकी जानकारी हम आपकों निम्न प्रश्नावली के तहत दे रहें हैं। हम आपकों प्राकृतिक तत्वोें के जरिये बालों की बड़ी से बड़ी समस्या को सुलझाने तथा बालों को खूबसूरत लम्बे चमकदर तथा किसी भी समस्या रहित बनाये रखने के लिए कई सुझाव दे रहें हैं। जो आप सभी के काम आयेेगे वैसे तो मार्केट में बहुत सारे कैमिकल्स से बने पदार्थ मिलते है। जैसे डाई कलर लेकिन ये सभी चीजें आपके बालों को थोड़े समय…
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जरूरी है बातों को हजम करना

जरूरी है बातों को हजम करना   दुनिया मेें प्रत्येक का स्वभाव भिन्न-भिन्न है। कई इस प्रकार के लोग होते हैं। जिनसे किसी का भेद छुपाया नहीं जाता। क्या आपके पेट में भी कोई बात नहीं पचती? मिसेज ननकानी जो अपनी गॉसिप के लिए पूरे समाज में मशहूर हैं। अचानक किटटी में धीरे से मेरे कानों आकर फुसफुसाने लगी। ‘‘ आपको मालूम है कि मिसेज मित्तल की लडकी सगाई टूट गयी है। फिर सावधान करते हुए कहने लगी कि तुम्हें ही बतला रही हूँ। किसी और को मत बतलाना। फिर उसी दिन हम क्लब गये वहाँ हमारी बातचीत मिसेज शर्मा…
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क्या कठिन बन रहा है साँस लेना?

क्या कठिन बन रहा है साँस लेना? प्रदूषण का बढ़ता स्तर, जीवन शैली की अनियमितता तथा अशुद्ध खानपान जन्म दे रहा है, श्वसन संबंधी तकलीफों को। भौतिकता के पीछे दौड़ रहे मनुष्य के लिए अब वाकई चैन की साँस लेना कठिन होता जा रहा है। एक नए शोध सवें के अनुसार भारत में 650 लाख लोग श्वास की बीमारियों से पीड़ित हैं। इसमेें से 130 लाख के करीब सीओपीडी से प्रभावित हैं। सन 2020 तक यह रोग सबसे आम बीमारियों में से चौथे नंबर पर आ जाएगा। सीओपीडी वह अवस्था है, जिससे श्वास मार्ग की दीवारें मोटी हो जाती हैं…
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जीवन शैली सुधारने के तरीके

जीवन शैली सुधारने के तरीके   आजकल आर्ट ऑफ लिविंग के महंगें कोर्स को काफी जगहों पर लांच किया जा चुका है। जिनको ज्वाइन करना हर किसी के लिए अत्यन्त कठिन है। आम आदमी जानना चाहता है कि आखिर इस कोर्स में है क्या हम आपको गए तीन हफतो से इसी कोर्स से रिलेटेड टिप्स दें रहे है। जो हम सभी के जीवन में काफी बदलाव ला सकते है। देरी है तो सिर्फ इन्हें अपनाने की। आइये कुछ और नई बातें सीखें जो हमें जीने का गुर सिखायेंगी। 1- अपने उद्देश्य निर्धारित करना हमें अपने जीवन के उद्देश्य को जरूर…
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सही ढंग से कंघी कीजिए, बालों को स्वस्थ रखिए

सही ढंग से कंघी कीजिए, बालों को स्वस्थ रखिए काले घने, लंबे व रेशम जैसे बालों की चाह हर महिला की होती है। लेकिन यह बात बहुत कम महिलाओं को पता है कि बालों के रूप व गुणों का सीधा संबंध उनके स्वास्थ्य से होता है और स्वास्थ्य का सीधा संबंध केशों को ब्रश या कंघी द्वारा सही ढंग से संवारने की आदत व तरीके से है। पौष्टिक भोजन के साथ ही स्वास्थ्य वातावरण व केशों को संवारने के सही तरीके काफी हद तक उनके रूप व गुणों को तय करते हैं। लेकिन इस प्रक्रिया में ब्रशिंग व कोबिंग भी…
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पौष्टिक नाश्ता बेहद जरूरी है अच्छे स्वास्थ्य के लिए

पौष्टिक नाश्ता बेहद जरूरी है अच्छे स्वास्थ्य के लिए   एक अच्छी सुबह के लिए जरूरी हो जाता है कि बेहतर नाश्ता किया जाए जिससे पूरे दिन स्फूर्ति व ताजगी बनी रहे। नाश्ता तभी बेहतर और संपूर्ण हो सकता है जब वह सभी पोषक तत्वों से परिपूर्ण हो। हमें पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ते की आवश्कता इसलिए पडती है क्योंकि पिछली रात के भोजन और सुबह के नाश्ते के बीच दस-बारह घंटे का लंबा अंतराल होता है इस दौरान हमारा पाचतंत्र खाली हो चुका होता हैं और शरीर को दिन भर के कामों के लिए उर्जा की दुबारा जरूरत पडती…
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आयुर्वेद के जरिए निपटिए हाइपर एसिडिटी से

आयुर्वेद के जरिए निपटिए हाइपर एसिडिटी से देर रात तक जागना, सुबह देर तक सोये रहना, बीड़ी-सिगरेट, तम्बाकू, चाय-काफी तथा फास्टफूड का बेहिसाब सेवन आधुनिक जीवन शैली के अंग हैं, जिस कारण हम कई रोगों के शिकार हो जाते हैं। हाइपर एसिडिटी या अम्लपित्त वर्तमान समय में सबसे अधिक पाए जाने वाले रोगों में से एक है, तो दोषपूर्ण जीवन शैली की उपज होता है। आज के दौर में लगभग 70 प्रतिशत लोग इसी रोग से पीड़ीत हैं। हमारे शरीर में उपस्थित पित्त में अम्लता का गुण आने के कारण यह रोग उत्पन्न होता है। आयुर्वेद के अनुसार पित्त में…
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वन ही जीवन है

वन ही जीवन है बच्चों  क्या तुम वन महोत्स्व के बारे में जानते हो| आओ तुम्हे हम इसके विषय में अच्छी -अच्छी बाते बताएं कि वन हमारे लिए अति लाभदायक है| इनसे कितनो की जीविका चलती है और कितनो को जीवन मिलता है हमें वन से फूल, फल ओर कंदमूल प्राप्त  होते है| इससे हमे अनेक डिजाइन के फर्नीचर खिड़की दरवाजे आदि तैयार करने के लिए लकड़ी प्राप्त होती है व छोटी से छोटी दियासलाई से लेकर बड़ी से बड़ी इमारततो के लिए कुर्सी व मेज आदि को जंगल की लकड़ी से तैयार जाता है| आप  लोग समझ सकते हो…
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बच्चे के दूध के दांतों की देखभाल

बच्चे के दूध के दांतों की देखभाल बच्चों में दांत निकलने की शुरूआत 6 से 7 वें महीने में होती है, कुछ बच्चों में देरी से भी दांत निकलते हैं। आमतौर पर यह बच्चे के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। अगर बच्चों के दांत देरी से निकलने शुरू होते हैं तो इस में ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए। दांत निकलने का क्रम सही होना चाहिए। बच्चों के दांत पहले नीचे, सामने निकलते हैं, फिर उपर के सामने के दांत आते हैं। बच्चे के जब दांत निकलने शुरू होते हैैं तो उसके मसूड़े सूज जाते हैं। उनमें खुजली होती है, इससे…
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रक्त-विकार और चर्म-रोग

दाद इमली के बीज नीबू के रस में घिसकर लगाने से दाद मिट जाते है। नारंगी की पुल्टिश बनाकर बाँधने से दाद ठीक हो जाता है। परसपीपली के फल का रस लेप करने से दाद मिटता है। नीबू-रस में सुहागा घिसकर लगाने से दाद ठीक होता है। तुलसी के पत्तों का रस लगाने से दाद और अन्य चर्म रोग मिट जाते है। दही में बेर के पत्ते पीसकर लगाने से दाद मिटता है। 50 ग्राम माजूफल का चूर्ण, छः ग्राम इमली की छाल की भस्म और 3 ग्राम कपूर को नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से दाद मिट जाता…
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