सही ढंग से कंघी कीजिए, बालों को स्वस्थ रखिए
काले घने, लंबे व रेशम जैसे बालों की चाह हर महिला की होती है। लेकिन यह बात बहुत कम महिलाओं को पता है कि बालों के रूप व गुणों का सीधा संबंध उनके स्वास्थ्य से होता है और स्वास्थ्य का सीधा संबंध केशों को ब्रश या कंघी द्वारा सही ढंग से संवारने की आदत व तरीके से है।
पौष्टिक भोजन के साथ ही स्वास्थ्य वातावरण व केशों को संवारने के सही तरीके काफी हद तक उनके रूप व गुणों को तय करते हैं। लेकिन इस प्रक्रिया में ब्रशिंग व कोबिंग भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना की खाना-पीना। यदि केशों मेें ब्रशिंग व कोबिंग को सही मात्रा में समय दिया जाए तो केशों के हर छिद्र में पर्याप्त आक्सीजन व पोषण आसानी से पहुंचेगा। लेकिन ब्रश करने का अर्थ केवल यही नहीं है कि जब भी समय मिले, कंघी करने बैठ जाए। जरूरत से ज्यादा कंघी करने से केश टूट जाते हैं।
ब्रश करने का सबसे सही तरीका है कि अपने शरीर को कमर से आगे की ओर झुका कर सिर को नीचे की तरफ झुका लिया जाए। ब्रश को गरदन केे पीछे केशों की रेखा पर रख कर ब्रश का स्ट्रोक आगे माथे पर केशों की रेखा तक आने के बाद केशों के अंतिम सिरों तक लगाएं जिससे पूरे सिर की त्वचा पर ब्रश के दातों की रगड महसूस होने के साथ ही केशों में कंपन भी महसूस हो।
ब्रशिंग के बाद केशों में फुलाव, बाडी व स्ट्रेंथ देने के लिए खुले केशों में ही ब्रश करने के तत्काल बाद शरीर को केश नीचे की ओर झुलने लगें। इसके बाद शरीर को सीधा करें व गरदन को पीछे की तरफ जितना झुका सकें झुकाएं। इस क्रिया को पांच बार दोहराने के बाद अपने सिर को पांच बार कंघों की तरफ बारी-बारी से हिलाएं।
आप चाहें तो केशों में ब्रश कभी भी कर सकती हैं लेकिन किसी निर्धारित समय पर केशों में ब्रश करने से सिर के सभी तंतु जागरूक हो जाते हैं जिसके परीणाम स्वरूप उनकी कार्यशीलता बनी रहती हैं। केशों में शैंपू करनें से पहले ब्रश करने भी लाभदायक रहते है इससे उलझे हुए केश तो ठीक हो ही जाते हैं साथ ही नाहने के बाद आपको केशों को सुलझाने की मशक्कत भी नहीं करनी पडेेगी।
रात को सोने से पहले केशों में रबड, पिन, क्लिप या दिन के समय की हुई किसी भी प्रकार की सेटिंग को खोल देना चाहिए ताकि मांसपेशियों को आराम मिले। इससे केशों मेें हवा का संचार ठीक प्रकार से तो होता ही है साथ ही उनमें रूसी भी नहीं लगती।
केशों के लिए सही ब्रश के चुनाव करना भी महत्वपूर्ण हैं। वैसे तो बाजार में नाइलान, प्लास्टिक व प्राकृतिक ब्रिसल वाले ब्रस मिलते हैं लेकिन यदि आप प्राकृतिक ब्रिसल वाले ब्रस लें तो ज्यादा उपयुक्त रहेगा। ब्रस का चुनाव करते समय देख लें िकवे दाबाव पडते ही मुड जाएं न ही वह इतने सख्त होने चाहिएं कि सिर की त्वचा को ही छील दें।
-पार्थ शिवानी