अपनी आदतें सुधारिए
अक्सर यह देखा जाता है कि लोग अपनी आदतों के बारे मैं खुद कभी भी नहीं जान पाते है। यही वजह है कि जब किसी कम्पनी या फर्म में काम करते हे। तो अपनी इन्ही आदतों के शिकार हो जाते है। ये आदतें दिखती बड़ी सामान्य सी है लेकिन इसे लेकर बार-बार शर्मिन्दा होना पड़ता है। आइए ऐसी ही कुछ सामान्य सी बातों पर नजर डालते है जिनकी वजह से वरिष्ठजनों की बातें सुनने पर मजबूर होना पड़ता है-
‘‘काम के लिए पूरी तरह से तैयार न होना अपनी मीटिंग के दौरान फाइल्स और अपनी जरूरी चीजों को साथ न लाना। यह काम के प्रति आपकी लापरवाही को दर्शाता है। साथ ही इससे आपके समय की बर्बादी भी होती है। इन आदतों में सुधार लाएँ और अपने काम को परफैक्ट बनाएँ।
एक अच्छे टीम लीडर-
आप कम्पनी में टीम लीडर है और अगर आपके टीम के किसी सदस्य को मदद की आवश्यकता हो तो बेझिझक उनकी मदद करें। अगर आपके पास कोई बेहतर सुझाव हो तो उसे देने से न झिझकें।
खुद पर विश्वास न होना–
जब बहुत जरूरत हो तभी अपने टीम के सदस्य से मदद लें। ऐसा नहीं कि अपनी हर छोटी-छोटी जरूरतों के लिए उन्हें बुलाएँ।
तेज सुगंध वाली परफ्यूम–
बहुत बार ऐसा देखा जाता है कि लोग इतनी तेज सुगंध वाली परफ्यूम का इस्तेमाल करते है कि आस-पास के लोग परेशान हो जाते है। इसलिए काम करने के दौरान इस बात का भी खास ख्याल रखें।
ऑफिस में लंच के दौरान प्याज और अण्डे न खाएँ। जब भी धूम्रपान करें ऑफिस में घुसने से पहले यह देख लें कि उसकी गंध कहीं अभी भी तों नहीं आ रही। ऐसे परफ्यूम का इस्तेमाल करें जिसकी सुगंध 20 यार्ड से ज्यादा न फैले।
फोन पर तेज बात करना-
जब आप ऑफिस में हों और आपका मोबाइल बजे तो ज्यादा जोर-जोर से बातें न करें इससे अन्य लोगों को परेशानी होती है। अपने निजी फोन कॉल पर कम ही बात करें। अपनी आवाज को धीमें रखें। ये याद रखें यह आपका ऑफिस है बेडरूम नहीं।
जब आप बीमार-
अगर आप बीमार है तो घर पर ही रहें। अगर जाना बहुत जरूरी हो तो अपने मुहँ पर कोई कपड़ा रखें ताकि आपके साथी उसकी चपेट में न आ जाएँ।
हाथी की चाल-
काम करने के दौरान इधर-उधर न टहलें। इससे अन्य लोगों को असुविधा होती है। अगर आप अपने पास बैठे किसी साथी से बातें कर रहे है तो अपनी अवाज को थोड़ा कम कर लें।
आपका मोबाइल-
अगर सम्भव हो तो अपने मोबाइल को ऑफिस के दौरान बन्द ही रखें। बार-बार आपके मोबाइल का बजना दूसरों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। या फिर अपने मोबाइल को साइलेंट मोड पर रखे।
‘‘कम्प्यूटर की तेज आवाज- काम के दौरान कोई यह नहीं चाहेगा कि आपके कम्प्यूटर की तेज आवाज उनके कानों में जाए इसलिए उसकी आवाज को कम ही रखें।
‘‘जब मिले आत्मविश्वास से मिलें-
बहुत बार ऐसा देखा जाता है कि लोग जब अपने साथी से ऑफिस में मिलते उनके हाथ मिलाने में उत्साह और आत्मविश्वास की कमी होती है। जब भी दूसरों से बात करें आँखो में आँखे डालकर बात करें, इससे आपका आत्मविश्वास झलकता है।
पार्थ शिवानी