नेत्र-स्त्राव (ढलका)

नेत्र-स्त्राव (ढलका)

नेत्र स्राव क्या है?

आंखों का स्राव आंखों से आंसू के अलावा तरल पदार्थ या अन्य पदार्थों का स्राव है। आँखों से स्राव कई प्रकार की स्थितियों के कारण हो सकता है जो सीधे आँखों को प्रभावित करती हैं या ऐसी स्थितियाँ जो पूरे शरीर को प्रभावित करती हैं, जैसे कि सामान्य सर्दी। आंखों का स्राव आमतौर पर एलर्जी या संक्रमण के कारण होता है। हालांकि आंखों से स्राव होने के अधिकांश कारण महत्वपूर्ण नहीं होते हैं, अगर आपको क्रोनिक या अत्यधिक नेत्र स्राव है, जैसे कि ऐसा स्राव जिससे आपकी आंखें खोलना मुश्किल हो जाता है| ज्यादातर मामलों में आंखों से स्राव होना कोई खतरनाक समस्या नहीं है।

  • आँख पर हल्दी का लेप करने से सुर्खी (लालिया) फटकर आँखें बहना बन्द हो जाता है |
  • बबूल के पत्तों को पीसकर गाढ़ा-सा घोल बनाकर, शहद मिलाकर आँखों पर लगाने से पानी बहना बन्द हो जाता है |
  • जद्रे के पत्तों के बीच की डंडी छीलकर प्रतिदिन नेत्रों में फेरने से पानी आना बन्द हो जाता है |
  • पीली हरड़ के बीज दो भीग, बहेड़े की भींगी तीन भाग, आँवले के बीजों की गिरी चार भाग लें | इन सबको पानी में पीसकर गोलियाँ बना लें, सूखने पर गोली पानी में घिसकर नेत्रों में लगाने से ढलका दूर हो जाता है |
  • 200 ग्राम मिश्री को महीन पीसकर कपड़छन करके उसमें 4 ग्राम तूतिया को डालकर खूब घोंटे | जब सुरमा जैसा बन जाय, तब फिर कपड़छन करके शीशी में भर लें | इसकी 3-3 सलाई प्रात:सायं नेत्रों में लगाने से पानी बहना बन्द हो जाता है |

 

पार्थ शिवानी 

By Shivani

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

No widgets found. Go to Widget page and add the widget in Offcanvas Sidebar Widget Area.