मासिक-धर्म की अनियमितता
मासिक धर्म चक्र 21 दिनों से लेकर 35 दिन तक का होता है। जब इस अंतराल से पहले या बाद पीरियड्स आते हैं तो मासिक धर्म चक्र में अनियमितता हो जाती है। इसे हम अनियमित माहवारी (Irregular Periods) कहते हैं। पीरियड्स का नहीं आना भी अनियमितता ही कहलाता है|
इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ जाता है| इसकी अनियमिता को दूर करने के लिए हम कुछ होम रेमीडी बता रहे है|
मासिक-धर्म की अनियमितता को दूर करने के तरीके
- पाँच रति से डेढ़ माशा तक कलौंजी के चूर्ण की फंकी लेने से तकलीफ प्रद मासिक धर्म ठीक हो जाता है
- तिलों का काड़ा बनाकर पीने से मासिकधर्म की अनियमितता मिट जाती है |
- अकरकरा का काड़ा पीने से मासिकधर्म समय पर होता है |
- करेला के पत्तों के रस में सोंठ, कालीमिर्च और पीपल का चूर्ण मिलाकर पीने से मासिकधर्म शुद्ध होता है |
- केसर और अकरकरा की गोली बनाकर खाने से कष्टप्रद मासिकधर्म ठीक होता है |
- 3-4 अरीठों का पानी नित्य एक बार सोते समय पीने से मासिकधर्म शुद्ध होता है |
- पेडू पर एलुय का लेप करने से मासिकधर्म ठीक होता है |
- चार माशा(1माशा = 1 gms) नीम की छाल को कूटकर दो तोला गुड़ के साथ पानी में उबालें | जब आधा पानी रह जाये, तब उतार कर गुनगुना पानी से मासिकधर्म की रुकावट दूर होती है |
- कच्चा प्याज खाने से असमय ही रुका हुआ मासिकधर्म ठीक होता है |
- एक तोला मजीठ की फंकी लेने से रुकावट दूर होती है |
- तीन माशा अजवायन का चूर्ण गरम दूध के साथ सुबह-शाम लेने से रुका हुआ मासिकधर्म ठीक हो जाता है |
पार्थ शिवानी